नई दिल्ली, 26 सितंबर (हि.स.)। लद्दाख में हिंसा के बाद गिरफ्तार पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत गिरफ्तारी पर विपक्ष सरकार की आलोचना कर रहा है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी सहित अन्य विपक्षी दलों ने उनकी गिरफ्तारी का विरोध किया है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पार्टी की ओर से बयान में कहा कि केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख में कानून-व्यवस्था बनाए रखने और जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सत्तारूढ़ भाजपा की विफलता से ध्यान हटाने के लिए वांगचुक को गिफ्तार किया गया है। पार्टी इसकी निंदा करती है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने लद्दाख के लोगों को वर्षों तक धोखा दिया है। वर्ष 2020 के लेह हिल काउंसिल चुनावों में इस क्षेत्र को छठी अनुसूची का दर्जा देने का वादा किया था और ‘बदले की भावना’ से उस वादे से मुकर गई है। लद्दाख को बड़े जम्मू-कश्मीर से अगल कर स्वायत्तता दी गई है, लेकिन वास्तव में केंद्रशासित प्रदेश में लोकतंत्र का सारा आभास ही खत्म कर दिया है।
दूसरी ओर आम आदमी पार्टी ने भी गिरफ्तारी को गलत बताया है। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज हमारे देश में ‘तानाशाही’ चरम पर है। पार्टी नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि वांगचुक की गिरफ्तारी दिखाती है कि भाजपा सरकार निराशा में है।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनूप शर्मा