पर्यटकों की पहली पसंद बना मध्य प्रदेश, पिछले साल आए रिकार्ड 13.41 करोड़ पर्यटक

26 Sep 2025 22:34:31
मप्र के पर्यटन स्थल


सीएम मोहन यादव (फाइल फोटो)


- वसुधैव कुटुंबकम को साकार कर रहा म.प्र. का पर्यटन : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

भोपाल, 26 सितम्बर (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश के पर्यटन ने अब अंतरराष्ट्रीय मानकों की बराबरी कर ली है। मध्य प्रदेश का पर्यटन वसुधैव कुटुंबकम की भावना को साकार कर रहा है। प्रदेश में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मध्य प्रदेश पर्यटकों की पहली पसंद बन गया है। पिछले साल तक 13.41 करोड़ पर्यटकों ने मध्य प्रदेश आने का आनंद उठाया। अकेले उज्जैन में सात करोड़ से ज्यादा की संख्या में आध्यात्मिक पर्यटक पहुंचे।

विश्व पर्यटन दिवस (27 सितंबर) की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि मध्य प्रदेश का पर्यटन सतत विकास के सभी मानदंडों को पूरा कर रहा है। प्राकृतिक, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक, ग्रामीण पर्यटन, वन्य जीव पर्यटन के अलावा नए क्षेत्र जैसे खेल पर्यटन, चिकित्सा पर्यटन, जल क्रीड़ा पर्यटन, कृषि पर्यटन, इतिहास बोध कराने वाला पर्यटन भी लोगों की पसंद बनते जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदृष्टि से मध्य प्रदेश जैसे राज्यों का पर्यटन लगातार बढ़ रहा है। भारत की पूरे विश्व में साख बढ़ी है। वैश्विक पर्यटन बढ़ने से मध्य प्रदेश जैसे राज्यों को लाभ हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पर्यटन की गतिविधि को केवल आर्थिक गतिविधि से अलग हटकर सामाजिक, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और पर्यावरणीय पुनर्जागरण का माध्यम बनाया है। वोकल फॉर लोकल, देखो अपना देश और ट्रिपल टी-टेक्सटाइल टूरिज्म और टेक्नोलॉजी जैसे नई सोच पर्यटन को विकास, रोजगार, महिला सशक्तिकरण और सांस्कृतिक नवजागरण से जोड़ रहे हैं।

पर्यटकों की बढ़ती संख्या

पिछले पांच साल में मध्य प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वर्ष 2019 में 8.9 करोड़ पर्यटक यहां आए थे। वर्ष 2020 और 2021 में कोविड महामारी के चलते पर्यटन की संख्या वैश्विक स्तर पर यात्रा प्रतिबंधों और स्वास्थ्य संकट (कोविड) के कारण कम हुई लेकिन मध्य प्रदेश लोगों की पहली पसंद बना। वर्ष 2022 में परिस्थितियों के सामान्य होने के साथ ही पर्यटकों की संख्या में सुधार हुआ। इसके बाद 2023 में आशा अनुरूप बढ़कर पर्यटकों की संख्या 11.21 करोड़ और वर्ष 2024 में 13 करोड़ 41 हजार तक पहुंच गई।

वैश्विक धरोहरों का प्रदेश

मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश अब वैश्विक धरोहरों का प्रदेश बन गया है। भारत के 69 यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों में से 18 मध्य प्रदेश में है। इनमें खजुराहो के मंदिर समूह, सांची के बौद्ध स्मारक, भीमबेटका जैसे स्थल विश्व भर में भारतीय सभ्यता की गौरव गाथा को अभिव्यक्त कर रहे हैं। वर्तमान में मध्य प्रदेश के तीन स्थल स्थाई सूची में और 15 स्थल अस्थाई सूची में शामिल है। ग्वालियर किला, मांडू, ओरछा, चंदेरी, भेड़ाघाट, लमेटा घाट, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व अशोक शिलालेख स्थल तथा 64 योगिनी मंदिरों की संख्या जैसी धरोहर इस सूची में शामिल है। स्पष्ट है कि मध्यप्रदेश की प्राकृतिक और ऐतिहासिक विरासत अत्यंत समृद्ध है।

उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश का पर्यटन आज बड़े पैमाने पर निवेश आकर्षित करने में सक्षम बन गया है। हाल ही में रीवा और ग्वालियर में आयोजित रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव में उत्साहपूर्वक निवेशकों ने भाग लिया और रीवा में 3000 करोड़ से ज्यादा और ग्वालियर में 3500 करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव मिले।

पर्यटन अधोसरंचना में सुधार

मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन की अधोसंरचना में सुधार करते हुए पीएमश्री पर्यटन वायु सेवा का शुभारंभ किया है। इंदौर ग्वालियर, जबलपुर, भोपाल, रीवा, सिंगरौली उज्जैन एवं खजुराहो में शुरू हो चुका है। अब सार्वजनिक निजी भागीदारी के तहत निजी ऑपरेटर के सहयोग से राज्य के भीतर हैलीकॉप्टर सेवा संचालन भी जल्दी शुरू होगी। प्रदेश के हवाई अड्डों, हैलीपेड एवं हवाई पट्टियों के बीच निजी ऑपरेटर द्वारा चयनित स्थानों पर हैलीकॉप्टर सेवा प्रदाय की जाएगी। इस सेवा का उद्देश्य प्रमुख शहरों, धार्मिक स्थलों, राष्ट्रीय उद्यानो और पर्यटक स्थलों के मध्य निजी ऑपरेटर के सहयोग से किफायती एवं स्थायी हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध कराना है। इस सेवा से यात्रियों, पर्यटकों, व्यवसाइयों, निवेशकों एवं प्रदेश के रहवासियों का प्रदेश में आवागमन सुगम हो सकेगा। इससे प्रदेश के प्रमुख व्यापारिक शहरों एवं पर्यटक स्थलों के बीच व्यवसाय एवं पर्यटन गतिविधियों में अभिवृद्धि होगी और रोजगार के नये अवसरों का सृजन भी होगा।

श्रेष्ठता का सम्मान

वर्ष 2025 मध्य प्रदेश पर्यटन के लिए उपलब्धियों का स्वर्णिम अध्याय रहा है। जनवरी में नई दिल्ली में आयोजित हॉस्पिटैलिटी इंडिया अवॉर्ड्स में प्रदेश को “मेलों और त्योहारों को बढ़ावा देने के लिए सर्वश्रेष्ठ राज्य” और “प्रचार के लिए सर्वश्रेष्ठ राज्य” का सम्मान मिला। फरवरी में SATTE 2025 में “सर्वश्रेष्ठ राज्य पर्यटन पुरस्कार” प्राप्त हुआ। अप्रैल में VETA ने मध्य प्रदेश को “अग्रणी विरासत पर्यटन स्थल” (“Leading Heritage Tourism Destination”) घोषित किया। सितंबर में इंडिया ट्रैवल अवॉर्ड्स (DDP Publication) द्वारा प्रदेश को “सर्वश्रेष्ठ राज्य पर्यटन बोर्ड” का सम्मान दिया गया, वहीं द वीक पत्रिका ने हमें “गोल्डन बनयान पुरस्कार – विरासत पर्यटन (सर्वश्रेष्ठ राज्य)” से नवाजा है। अगस्त में गोवा में आयोजित MADX शिखर सम्मेलन और पुरस्कार 2025 में एमपी टूरिज्म–किडज़ानिया एक्सपीरियंस सेंटर को दो महत्वपूर्ण सम्मान—“सर्वश्रेष्ठ अनुभवात्मक विपणन अभियान” और “सर्वश्रेष्ठ यात्रा और पर्यटन विपणन अभियान”—प्राप्त हुए। ये सभी पुरस्कार इस बात का प्रमाण हैं कि मध्य प्रदेश पर्यटन आज राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी नए मानक स्थापित कर रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

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