रुपया मामूली गिरावट के साथ बंद, यूरो और ब्रिटिश पौंड की तुलना में उछली भारतीय मुद्रा

26 Sep 2025 18:13:31
डॉलर की तुलना में रुपये में मामूली गिरावट


नई दिल्ली, 26 सितंबर (हि.स.)। फार्मास्यूटिकल सेक्टर पर भी अमेरिकी टैरिफ का बोझ लादने से बने नकारात्मक माहौल के कारण रुपया आज डॉलर की तुलना में मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ। हालांकि, रुपये ने ज्यादातर दूसरी प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मुद्राओं की तुलना में आज के कारोबार में मजबूती दिखाई। भारतीय मुद्रा आज डॉलर की तुलना में सिर्फ 3 पैसे फिसल कर 88.71 (अनंतिम) के स्तर पर बंद हुई। इसके पहले पिछले कारोबारी दिन गुरुवार को भारतीय मुद्रा 88.68 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुई थी।

रुपये ने आज के कारोबार की शुरुआत भी गिरावट के साथ ही की थी। इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज मार्केट में भारतीय मुद्रा ने आज सुबह डॉलर के मुकाबले सिर्फ 1 पैसे की कमजोरी के साथ 88.69 रुपये के स्तर से कारोबार की शुरुआत की थी। आज का कारोबार शुरू होने के बाद कुछ देर के लिए रुपया मामूली रिकवरी करके 88.66 के स्तर तक भी पहुंचा, लेकिन इसके बाद बाजार में बने नकारात्मक माहौल के कारण रुपया गिरकर 88.73 के स्तर तक पहुंच गया। पूरे दिन के कारोबार के बाद डॉलर की तुलना में रुपये ने 3 पैसे की कमजोरी के साथ 88.71 के स्तर पर आज के कारोबार का अंत किया।

मुद्रा बाजार के आज के कारोबार में डॉलर की बात छोड़ दें तो रुपये ने ज्यादातर दूसरी प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मुद्राओं के मुकाबले मजबूत प्रदर्शन किया। आज के कारोबार के बाद ब्रिटिश पौंड (जीबीपी) की तुलना में रुपया 80.89 पैसे की बढ़त के साथ 118.45 (अनंतिम) के स्तर पर पहुंच गया। इसी तरह यूरो की तुलना में रुपया आज 55.04 पैसे की मजबूती के साथ 103.59 (अनंतिम) के स्तर पर पहुंच कर बंद हुआ।

टीएनवी फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ तारकेश्वर नाथ वैष्णव का कहना है कि बाजार फिलहाल 1 अक्टूबर को आरबीआई द्वारा की जाने वाली कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं, जब मौद्रिक नीति समिति गिरते रुपये और व्यापार शुल्कों की अनिश्चितताओं के बीच अपने ब्याज दरों के फैसले की घोषणा करेगी। अभी यही कहा जा सकता है कि निवेशक और कारोबारी पूरी तरह से सतर्क मुद्रा में हैं, क्योंकि बाजार के सेंटिमेंट्स फिलहाल विदेशी पूंजी के प्रवाह, वैश्विक जोखिम का माहौल और भारत और अमेरिका के बीच नीतिगत मुद्दों में लगातार हो रहे बदलावों से जुड़ी है। ऐसे में फिलहाल कुछ दिन तक मुद्रा बाजार के साथ ही शेयर बाजार और कमोडिटी मार्केट में भी बड़ा जोखिम लेने से बचने की कोशिश करना चाहिए।

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हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक

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