महाराष्ट्र बाढ़ पीड़ितों के लिए हरसंभव मदद के लिए सरकार कटिबद्ध : अजीत पवार

26 Sep 2025 20:04:32
फोटो: धाराशिव जिले बाढ़प्रभावित इलाकों का दौरा करते हुए उपमुख्यमंत्री अजीत पवार


मुंबई, 26 सितंबर (हि.स.)। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शुक्रवार को धाराशिव जिले में कहा कि सरकार बाढ़ पीडि़तों की हरसंभव मदद के लिए कटिबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रभावित किसानों की मदद दिया जाना शुरु कर दिया गया है। किसी भी प्रभावित किसान को मदद से वंचित नहीं रखा जाएगा।

उपमुख्यमंत्री आज धाराशिव जिले के भूम इलाके में दौरा किया और इसके बाद किसानों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को जानने का प्रयास किया। इसके बाद अजीत पवार ने कहा कि इस वर्ष औसत से अधिक बारिश हुई है, इससे लोगों की फसलें और घरेलू सामान नष्ट हो गए हैं। राज्य सरकार की ओर युद्धस्तर पर पंचनाना करवाया जा रहा है, बहुत जल्द किसानों को नुकसान भरपाई की जाएगी। लेकिन नुकसान भरपाई के पहले ही सरकार की ओर से प्रभावित किसानों को प्राथमिक मदद की जा रही है, जिससे किसानों को जीवनावश्यक वस्तुओं को लेने में मदद हो सके।

अजीत ने कहा, सरकार आपके साथ खड़ी है। हमने किसानों की बिजली माफी के लिए 45 हजार करोड़ का बजट रखा और भूम-परंडा क्षेत्र की स्थिति को देखते हुए तुरंत कदम उठाए हैं। इस मौके पर उन्होंने गांव के लोगों से बात करते हुए राहत और पुनर्वास को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने सरकार की वित्तीय स्थिति का हवाला देते हुए कहा,सभी तरह का दिखावा किया जा सकता है, लेकिन पैसों का नहीं। जैसे आप घर का खर्च आय के अनुसार चलाते हैं, वैसे ही हमें 13 करोड़ जनता का कारभार देखना पड़ता है। केंद्र सरकार की मदद से भी बाढग़्रस्तों के लिए योजनाएं लाई जाएंगी।

उल्लेखनीय है कि मराठवाड़ा के तीन जिलों छत्रपति संभाजीनगर, जालना और बीड में शुरुआती नुकसान लगभग 4 लाख 58 हज़ार 511 हेक्टेयर तक पहुंच गया है, जो बीड में स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है। सोयाबीन, कपास, अरहर, मक्का और बाजरा जैसी प्रमुख खरीफ फसलों को भारी बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। कटी हुई फसलें पानी में डूब गई हैं, जिससे किसानों की फसल बर्बाद हो गई है। कई जगहों पर खेतों में पानी भर जाने से फसलें सडऩे लगी हैं, जबकि कुछ जगहों पर जमीन का कटाव हो गया है।

बीड जिले की कई तहसील इस बारिश से प्रभावित हुई हैं। बीड, गेवराई, शिरूर कासर, आष्टी, पाटोदा और माजलगांव आदि तहसीलों में नुकसान की तीव्रता विशेष रूप से अधिक है। जिले के कई राजस्व हलकों में भारी बारिश दर्ज की गई है। शिरूर तालुका में बारिश का सबसे ज्यादा असर हुआ, जहां शिरूर मंडल में 104 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके बाद बीड तालुका के येलम्ब में 99 मिमी, जबकि नेकनूर और नलवंडी मंडलों में क्रमश: 70 मिमी और 67 मिमी बारिश दर्ज की गई है।

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हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर यादव

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