सना (यमन), 27 सितंबर (हि.स.)। ईरान समर्थक हूती विद्रोहियों ने ईरानी बंदरगाह बंदर अब्बास से यमन पहुंचे तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) से लदे एक जहाज पर हमला किया है। इस जहाज में कप्तान और चालक दल के सभी 24 सदस्य फिलहाल संकट में हैं, मगर सुरक्षित हैं। यह सभी पाकिस्तान के नागरिक हैं। राजनयिक सूत्रों ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि की।
पाकिस्तान के समाचार पत्र द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार,राजनयिक सूत्रों ने कहा कि यह जहाज इस समय यमन सरकार के नियंत्रण वाले क्षेत्र में नहीं है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपने नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। एक वीडियो संदेश में चालक दल ने बताया कि 10 दिन पहले यमन के बंदरगाह पर हुए ड्रोन हमले में उनके जहाज को निशाना बनाया गया। तब से यह जहाज बंदरगाह में फंसा हुआ है।
जहाज के कप्तान ने जिबूती जाने की तत्काल अनुमति मांगी है। चालक दल ने कहा कि वे पाकिस्तान के समुद्री मामलों के मंत्रालय और बंदरगाह महानिदेशक से सहायता का इंतजार कर रहे हैं। चालक दल ने दावा किया कि हूती लड़ाके जहाज पर मौजूद हैं और पाकिस्तानी चालक दल को उतरने नहीं दे रहे हैं। उल्लेखनीय है कि यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोही सक्रिय हैं। वह लाल सागर में जहाजों और युद्धपोतों को निशाना बनाते रहते हैं।
हूती सैन्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल यह्या सारी ने जून में एक रिकॉर्डेड वीडियो बयान में कहा था, यदि अमेरिका, इजराइल के साथ मिलकर ईरान पर आक्रमण और हमले में शामिल होता है, तो हमारी सशस्त्र सेनाएं लाल सागर में उसके जहाजों और युद्धपोतों को निशाना बनाएंगी। हूती विद्रोही इजराइल-गाजा संघर्ष शुरू होने के बाद हमास के समर्थन में लाल सागर में डेरा डाला हुआ है। लाल सागर अंतरराष्ट्रीय नौवहन का एक प्रमुख मार्ग है।
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हिन्दुस्थान समाचार / मुकुंद