स्विस सुपरस्टार कैथरीन डेब्रुनर ने पदकों के अपने संग्रह में जोड़ा एक और स्वर्ण

29 Sep 2025 11:36:31
स्विट्ज़रलैंड की दिग्गज पैरा एथलीट कैथरीन डेब्रुनर


नई दिल्ली, 29 सितंबर (हि.स.)। स्विट्ज़रलैंड की दिग्गज पैरा एथलीट कैथरीन डेब्रुनर ने एक बार फिर साबित किया कि वह इस पीढ़ी की सबसे महान खिलाड़ियों में से एक हैं। उन्होंने रविवार को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में जारी इंडियनऑयल नई दिल्ली 2025 विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप्स में महिलाओं की 5000 मीटर टी54 फाइनल में स्वर्ण पदक जीतकर अपने शानदार करियर में एक और उपलब्धि जोड़ ली।

पिछले साल पेरिस पैरालंपिक खेलों में पांच स्वर्ण और एक रजत पदक जीतने वाली डेब्रुनर को ख़ुद को पोडियम पर देखने की आदत हो चुकी है। नई दिल्ली में मिली जीत से पहले ही 30 वर्षीय यह खिलाड़ी विश्व चैंपियनशिप में पांच स्वर्ण और तीन रजत पदक अपने नाम कर चुकी थीं।

रविवार को उन्होंने 12:18.29 मिनट समय के साथ फिनिश लाइन पार की और चीन की तियान याजुआन तथा अपनी हमवतन पेट्रीसिया ईचस को पछाड़कर पहला स्थान हासिल किया। भारत में अपने पहले अनुभव पर डेब्रुनर ने कहा, “यह मेरा भारत में पहला मौका है और मुझे कहना होगा कि यह बिल्कुल अलग संस्कृति और देश है, जिसकी मुझे आदत नहीं है। यह वाकई बहुत अलग अनुभव रहा।”

उन्होंने नए मोंडो ट्रैक और प्रतिष्ठित स्टेडियम पर भी अपनी राय दी। उन्होंने कहा, “नया बिछाया गया मोंडो ट्रैक तेज़ होने में थोड़ा समय लेता है। फिर भी यह अच्छा ट्रैक है। यह एक शानदार स्टेडियम है। हमें यहाँ स्वागत करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।”

डेब्रुनर ने महज़ आठ साल की उम्र में खेलों की दुनिया में कदम रखा था और आज वह पैरा स्पोर्ट्स की वैश्विक प्रतीक बन चुकी हैं। साल 2023 में उन्हें लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्सपर्सन ऑफ द ईयर विद ए डिसएबिलिटी अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था।

अपने लंबे सफर को याद करते हुए उन्होंने कहा, “यह एक बहुत लंबी यात्रा रही है। मैं उन सभी अनुभवों के लिए आभारी हूं जो मुझे मिले। मैंने बहुत सारे अद्भुत लोगों और खिलाड़ियों से मुलाकात की है, जिनमें से कुछ को मैं बीस साल से जानती हूं। हम सबको सिर्फ खिलाड़ी ही नहीं बल्कि इंसान के तौर पर बढ़ते देखना अद्भुत रहा है। इस कम्युनिटी का हिस्सा बनकर मुझे खुशी है। यह मेरा जुनून है और हर दिन उसे जी पाना मेरे लिए सबसे बड़ी खुशी है।”

एक और स्वर्ण पदक के साथ, डेब्रुनर ने फिर से साबित किया कि वह धैर्य, उत्कृष्टता और खेल के प्रति गहरी लगन की मिसाल हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे

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