-केंद्रीय एजेंसियों की सूचना पर की गई कार्रवाई
पलवल, 29 सितंबर (हि.स.)। हरियाणा के पलवल जिले के आलीमेव गांव निवासी 35 वर्षीय तौफीक को सीआईए पुलिस ने देशद्रोह और जासूसी के गंभीर आरोपों में गिरफ्तार किया। वह भारतीय सेना और बीएसएफ की गोपनीय सूचनाएं दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के एक कर्मचारी को व्हाट्सएप के जरिए भेजता था। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता, ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट 1923 और देशद्रोह की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
केंद्रीय एजेंसियों से मिली गुप्त सूचना के आधार पर सीआईए टीम ने यह कार्रवाई की। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि तौफिक करीब तीन से चार वर्ष पहले रिश्तेदारी निभाने पाकिस्तान गया था, जहां उसकी मुलाकात पाक दूतावास में कार्यरत एक कर्मचारी से हुई। इसके बाद दोनों के बीच व्हाट्सएप पर लगातार संपर्क बना रहा और इसी माध्यम से वह भारतीय सेना से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां साझा करने लगा। पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि तौफिक कई लोगों को पाकिस्तान भेजने के लिए वीजा की व्यवस्था करता था।
उसके मोबाइल की तलाशी में हथीन उपमंडल के एक सैनिक से संबंधित गोपनीय जानकारी दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के एक कर्मचारी को भेजने के प्रमाण मिले हैं। इसके अलावा पलवल के कई अन्य लोगों से जुड़ी जानकारियां और पाकिस्तान के दर्जनों नंबर भी उसके मोबाइल से बरामद हुए हैं। फिलहाल पुलिस इनकी गहन जांच कर रही है।
सूत्रों के अनुसार तौफिक हथीन तहसील परिसर में ड्राइविंग लाइसेंस और वाहनों के रजिस्ट्रेशन संबंधी काम करता था। उसका कोई निश्चित ठिकाना नहीं था, वह कभी एक जगह तो कभी दूसरी जगह बैठकर काम करता था। तहसील परिसर में कार्यरत लोगों का कहना है कि तौफिक का व्यवहार सामान्य और शरीफ आदमी जैसा था। किसी को भी अंदेशा नहीं था कि वह राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल हो सकता है।
उपमंडल हथीन के लघु सचिवालय में कार्यरत टाइपिस्ट अरशद, शातिर और आमिर ने इस मामले को चौंकाने वाला खुलासा बताया। उन्होंने कहा कि तौफिक सबके साथ घुल-मिलकर काम करता था, लेकिन उसकी इस करतूत की किसी को भनक तक नहीं लगी।
पुलिस ने आरोपित के मोबाइल और अन्य दस्तावेज कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि अब तक कितनी गोपनीय जानकारी पाकिस्तान तक पहुंच चुकी है और उसके नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है।
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हिन्दुस्थान समाचार / गुरुदत्त गर्ग