प्रमुख खबर
ताजा खबर
Latest Headlines

न्यायिक जाँच आयोग में अदालत का हस्तक्षेप उचित नहीं- सुप्रीम कोर्ट को प्रधानमंत्री का दो टूक जवाब

देश के लिए मॉडल मार्केटः सूरत की अत्याधुनिक ‘एलिवेटेड मार्केट’ तैयार, 13 दिसंबर को मुख्यमंत्री करेंगे लोकार्पण

मप्रः भीषण सड़क हादसे में मुरैना बम स्क्वॉड के 4 जवानों की जान गई, एक अन्य गंभीर रूप से घायल

ऑस्ट्रेलिया में अहम कानूनः 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए फेसबुक व इंस्टा के इस्तेमाल पर पाबंदी

मेजर लीग सॉकर : लगातार दूसरी बार मोस्ट वैल्यूएबल प्लेयर बने लियोनेल मेसी

एडिलेड टेस्ट के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम में पैट कमिंस की वापसी

इतिहास के पन्नों में 11 दिसंबर : यूनिसेफ की वर्षगांठ- 78 साल से विश्वभर में बच्चों के अधिकारों का प्रहरी

मेहुल चोकसी को बड़ा झटका : बेल्जियम सुप्रीम कोर्ट ने प्रत्यर्पण विरोधी अपील खारिज की, भारत वापसी का रास्ता साफ

विहिप के विश्व समन्वय विभाग में महामंत्री रहे मोहनधर दीवान का निधन

एनआईए ने रोहतक में संदिग्ध के घर ली तलाशी

विशेष
होम JUN. 24, 2025

डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी : राष्ट्रीय एकता-अखंडता के पर्याय

डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के लिए राष्ट्र सर्वोपरि था। इसलिए उन्होंने सत्ता का त्याग करके देश की एकता और अखंडता के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। वह ‘एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान’ के विरुद्ध थे। डॉक्टर मुखर्जी ने स्वतंत्र भारत का पहला राष्ट्रवादी आंदोलन खड़ा किया था। भारत के पुनर्निर्माण के उद्देश्य से डॉक्टर मुखर्जी ने जनसंघ की स्थापना की थी। आज यदि लोग जम्मू-कश्मीर में बिना परमिट के जा सकते हैं और पश्चिम बंगाल भारत का अभिन्न अंग है, तो इसके पीछे डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान है।

168 Days 13 Hr ago
देश
विचार
स्तंभ
आर्थिक
वीडियो