प्रमुख खबर
ताजा खबर
Latest Headlines

गृह मंत्री अमित शाह 25 दिसंबर को ग्वालियर में अटलजी की 101वीं जयंती पर ग्रोथ समिट में होंगे शामिल

पृथ्वीराज चव्हाण के विवादित बयान को भाजपा ने बताया निंदनीय, कांग्रेस से की माफी की मांग

पारंपरिक चिकित्सा पर डब्ल्यूएचओ का वैश्विक सम्मेलन शुरू

जेपी नड्डा ने की नेपाल और अफ़गानिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री के साथ बैठक

खराब मौसम की वजह से लखनऊ में टी 20 मैच रद्द

सीसामऊ में सांसद–विधायक खेल स्पर्धा के नवें चरण का शुभारम्भ

अमेरिकी शरणार्थी आवेदनों पर काम कर रहे 7 केन्याई नागरिक दक्षिण अफ्रीका में गिरफ्तार, निर्वासन की तैयारी

काशी तमिल संगमम: काशी से 300 छात्रों का दल तमिलनाडु रवाना

राजनीति में विचारहीनता समस्या नहीं, विचार शून्यता समस्या हैः नितिन गडकरी

संघ समाज में परिवर्तन लाने के लिए एक जीवंत संगठन: दत्तात्रेय होसबले

विशेष
होम JUN. 24, 2025

डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी : राष्ट्रीय एकता-अखंडता के पर्याय

डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के लिए राष्ट्र सर्वोपरि था। इसलिए उन्होंने सत्ता का त्याग करके देश की एकता और अखंडता के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। वह ‘एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान’ के विरुद्ध थे। डॉक्टर मुखर्जी ने स्वतंत्र भारत का पहला राष्ट्रवादी आंदोलन खड़ा किया था। भारत के पुनर्निर्माण के उद्देश्य से डॉक्टर मुखर्जी ने जनसंघ की स्थापना की थी। आज यदि लोग जम्मू-कश्मीर में बिना परमिट के जा सकते हैं और पश्चिम बंगाल भारत का अभिन्न अंग है, तो इसके पीछे डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान है।

176 Days 3 Hr ago
देश
विचार
स्तंभ
आर्थिक
वीडियो