प्रमुख खबर
ताजा खबर
Latest Headlines

मोहन भागवत आज चेन्नई में युवाओं चर्चा कार्यक्रम में लेंगे भाग

वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट से बाहर हुए टॉम ब्लंडेल, मिचेल हे का डेब्यू तय

एडिलेड टेस्ट में कमिंस की वापसी तय, हेज़लवुड एशेज से बाहर

इतिहास के पन्नों में 10 दिसंबर : मानवाधिकार दिवस, सम्मान और समानता का संदेश

कांगो के राष्ट्रपति ने रवांडा पर शांति समझौते के उल्लंघन का लगाया आरोप

मप्र के सागर में दो बाइकों की भिड़ंत में चार युवकों की मौत, एक गंभीर

कोडीन कफ सिरप मामले में एक और एफआईआर, मान सम्मान और जांच की मांग बनी वजह

साहित्य और राष्ट्रबोध विषय पर राष्ट्रवादी लेखक गुरुदत्त की स्मृति में सभ्यता अध्ययन केंद्र का विशेष व्याख्यान आयोजित

थाईलैंड ने कंबोडिया पर एयर स्ट्राइक की, सीमा तनाव चरम पर, शांति समझौता टूटने की कगार पर

(अपडेट) जापान में 7.6 तीव्रता के भूकंप के बाद 3 मीटर ऊंची सुनामी की चेतावनी, हज़ारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया

विशेष
होम JUN. 24, 2025

डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी : राष्ट्रीय एकता-अखंडता के पर्याय

डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के लिए राष्ट्र सर्वोपरि था। इसलिए उन्होंने सत्ता का त्याग करके देश की एकता और अखंडता के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। वह ‘एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान’ के विरुद्ध थे। डॉक्टर मुखर्जी ने स्वतंत्र भारत का पहला राष्ट्रवादी आंदोलन खड़ा किया था। भारत के पुनर्निर्माण के उद्देश्य से डॉक्टर मुखर्जी ने जनसंघ की स्थापना की थी। आज यदि लोग जम्मू-कश्मीर में बिना परमिट के जा सकते हैं और पश्चिम बंगाल भारत का अभिन्न अंग है, तो इसके पीछे डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान है।

167 Days 13 Hr ago
देश
विचार
स्तंभ
आर्थिक
वीडियो