प्रमुख खबर
ताजा खबर
Latest Headlines

भारत, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा ने मिलकर एसीआईटीआई साझेदारी शुरू की, तीनों देश उभरती तकनीक, स्वच्छ ऊर्जा और सुरक्षित सप्लाई चेन पर साथ काम करेंगे

उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने पुट्टपर्थी में श्री सत्य साई इंस्टीट्यूट ऑफ हायर लर्निंग के 44वें दीक्षांत समारोह में कहा- सेवा ही सच्ची शिक्षा का आधार

लखनऊ 23 से 29 नवंबर तक स्काउटिंग और गाइडिंग की बनी रहेगी वैश्विक राजधानी

बेंगलुरु में कैश वाहन लूट मामले में पुलिस कांस्टेबल समेत तीन लोग गिरफ्तार, 5.76 करोड़ रुपये जब्त

जेलेंस्की ने पोलिश प्रधानमंत्री से की बातचीत, कहा- ‘सभी साझेदारों को पूरी जानकारी देना जरूरी’

कॉमनवेल्थ खिलाड़ियों के स्वागत के लिए अहमदाबाद तैयार है : अमित शाह

सत्य साईं के आशीर्वाद से भारत 2047 तक शीर्ष पर पहुंच जाएगाः उप राष्ट्रपति

विनय कुमार हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष बने

मैक्रों ने दी जी-20 के “अंतिम चरण” की चेतावनी, कहा– अस्तित्व पर मंडरा रहा खतरा

दिल्ली सरकार ने निजी दफ्तरों के लिए जारी की वर्क-फ्रॉम-होम एडवाइजरी, 50 फीसद कर्मचारियों के साथ ऑन-साइट काम करेंगे

विशेष
होम JUN. 24, 2025

डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी : राष्ट्रीय एकता-अखंडता के पर्याय

डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के लिए राष्ट्र सर्वोपरि था। इसलिए उन्होंने सत्ता का त्याग करके देश की एकता और अखंडता के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। वह ‘एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान’ के विरुद्ध थे। डॉक्टर मुखर्जी ने स्वतंत्र भारत का पहला राष्ट्रवादी आंदोलन खड़ा किया था। भारत के पुनर्निर्माण के उद्देश्य से डॉक्टर मुखर्जी ने जनसंघ की स्थापना की थी। आज यदि लोग जम्मू-कश्मीर में बिना परमिट के जा सकते हैं और पश्चिम बंगाल भारत का अभिन्न अंग है, तो इसके पीछे डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान है।

151 Days 2 Hr ago
देश
विचार
स्तंभ
आर्थिक
वीडियो