संदेशखाली में जिस तरह गरीबों के जर-जोरु पर जबरन कब्जा किया जा रहा है, वह एक आफत का संदेश है। क्योंकि कमोबेस यही हाल पूरे पश्चिम बंगाल का है। ऐसे में 'मां, माटी, मानुष' के लोकप्रिय नारे के सहारे पश्चिम बंगाल की सत्ता में आईं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दावों की पोल खुल चुकी है। ममता सरकार को भाजपा द्वारा राजनीतिक लाभ का रोना रोने के बजाय, राज्य सरकार को दोषियों को न्याय के कटघरे में लाकर जनता के विश्वास को बहाल करना चाहिए।
डिजिटल पेमेंट को बुलंदियों पर ले जाने वाले पेटीएम के सितारे इन दिनों गर्दिश में हैं। पेटीएम ने आरबीआई के सारे नियमों का पालन नहीं किया और आरबीआई की निगरानी की जद में आ गया। यहीं से पेटीएम के लिए समस्याएं उत्पन्न हो गई। पेटीएम पर आरबीआई की कार्रवाई फाइनेंस कंपनियों के लिए एक नजीर भी है और सीख भी।
देश में सभी नागरिकों के लिए ‘समान आपराधिक संहिता' है लेकिन ‘समान नागरिक संहिता’ कानून नहीं है। इसलिए भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में समान नागरिक संहिता कानून बनाने को शामिल किया है। भाजपा की राज्य सरकारों ने इस पर काम शुरू कर दिया है। उत्तराखंड की धामी सरकार ने जन आकांक्षाओं के मुताबिक इस कानून को बना दिया है। गुजरात और असम की भाजपा सरकार इस पर आगे बढ़ चली है। धीरे-धीरे ही सही पूरे देश में सबके लिए समान कानून होगा।
भारत रत्न के सम्मान पर इससे पहले कभी इतनी चर्चा नहीं हुई थी जितनी आज हो रही है। भारत रत्न सम्मान स्वयं चर्चा में है। यह चर्चा समाज में है। मीडिया में है। संसद में है। जिन राजनीतिक नेताओं को इस वर्ष भारत रत्न का सम्मान मिला है, वे संसदीय लोकतंत्र के मानक हैं। उन्हें सम्मान देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सामाजिक लोकतंत्र की जड़ें गहरी की हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कई ऐसे कार्यों को अंजाम दे देते हैं, जो असंभव से लगता है। इसका सबसे ताजा उदाहरण विकसित भारत संकल्प यात्रा है। इसके तहत प्रधानमंत्री ने छोटे कर्मचारियों से लेकर उच्च अधिकारियों तक को देश के अंतिम व्यक्ति के दरवाजों पर पहुंचा दिया। वह भी एक-दो दिन के लिए नहीं। बल्कि पिछले ढाई महीनों से ये अधिकारी एवं कर्मचारी दरवाजे-दरवाजे घूम रहे हैं और सरकारी योजनाओं का लाभ लोगों को दे रहे हैं। नतीजतन आमजन ‘मोदी की गारंटी’ को ‘मोदी ही गारंटी’ कहने लगे हैं।
क्या यह संयोग मात्र है कि इधर संसद में जनसंख्या वृद्धि और जनसांख्यिकीय परिवर्तन पर समिति गठित किए जाने की घोषणा हुई और उधर बनभूलपुरा में शक्ति प्रदर्शन हो गया? आशा की जाती है कि केंद्र सरकार द्वारा गठित समिति द्वारा धार्मिक जनसांख्यिकी पर अपेक्षित ध्यान दिया जाएगा।
लगभग पांच शताब्दियों के लंबे संघर्ष के दौरान हर रामभक्त की यही इच्छा रही कि उसकी आंखों के सामने रामलला का मंदिर बने। श्रीरामलला को अपनी जन्मभूमि पर आने में देरी हुई, लेकिन अब आये हैं तो पूरे ठाटबाट से। भाव-विभोर कर देने वाले इस दिन की प्रतीक्षा में कई पीढ़ियां अधूरी कामना लिए इस धराधाम से साकेतधाम में लीन हो गईं। पुरखों के तप, त्याग, संघर्ष व बलिदान के बाद प्राप्त इस चिरप्रतिक्षित नवविहान को देख भारत का वर्तमान आनन्दित हो उठा है। भाग्यवान है हमारी पीढ़ी जो इस राम-काज का साक्षी बनी। हमारे पुरखे हमारी आंखों से
अयोध्या नगरी में भव्य और दिव्य राम मंदिर निर्माण और जन्मभूमि में श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी उमंग, उत्साह और आनंद का वातावरण देखने को मिला।
उत्तराखंड की धामी सरकार ग्रामीणों की आजीविका को बढ़ाने के लिए पूरी तरह से सचेष्ट है और हर जिले का सहकारी बैंक एक मित्र के रूप में किसानों को सहायता प्रदान कर रहा है। इसका सकारात्मक असर दिखने भी लगा है।
- अपने-अपने तरीके से युवाओं को जोड़ने का कर रहे प्रयास - राजनीतिक दलों की गतिविधियों को खामोशी से दे
सेलम/नई दिल्ली, 19 मार्च (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और प्रधानमंत्री नरेन्द्र
नई दिल्ली, 19 मार्च (हि.स.)। कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की मंगलवार को यहां पार्टी मुख्यालय म
देश-दुनिया के इतिहास में 20 मार्च की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। यह तारीख भारत के संदर्भ में इस ल
लखनऊ, 19 मार्च (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की कुल 80 लोकसभा सीटों में से 48 पर भाजपा हैट्रिक लगाने के लिए
पटना (बिहार), 19 मार्च (हि.स.)। राज्य के पश्चिम में उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे बक्सर लोकसभा क्षेत्र
कस्तूरबा गांधी की जीवनी में गांधीजी हर पंक्ति में और हर पन्ने पर मौजूद हैं। उनकी मौजूदगी इसलिए है क्योंकि प्रो. बी.एम. भल्ला ने उनके समानान्तर कस्तूरबा गांधी को अग्रणी भूमिका में प्रस्तुत किया है। वे इस धारणा को मिटाने में सफल हुए हैं कि कस्तूरबा गांधी अनुचर हैं। वे यह सिद्ध कर सके हैं कि कस्तूरबा गांधी का अपना एक स्वतंत्र और विकासमान व्यक्तित्व था।
तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा को आखिरकार लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मोइत्रा के निष्कासन का प्रस्ताव पेश किया, जिसे सदन ने मंजूरी दे दी।
प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश में जिस अंदाज में समान नागरिक संहिता को लेकर विपक्ष को घेरा, उससे साफ है कि केंद्र सरकार समान नागरिक संहिता को लेकर गम्भीर है और नरेंद्र मोदी इसे लागू करने का अवसर हाथ से जाने नहीं देंगे।
बिहार की राजधानी पटना में विरोधी पार्टियों की बैठक को महत्वहीन कह कर खारिज नहीं किया जा सकता है। उपस्थित 15 दलों की 11 राज्यों में सरकारें हैं। सभी राज्यों की 4123 विधानसभा सीटों में इनके पास 1717 यानी 42 प्रतिशत सीटें हैं। लोकसभा चुनाव में इन दलों के 142 सांसद निर्वाचित हुए थे। जो कुल सदस्यों का करीब 26 प्रतिशत है। राज्यसभा में इनकी संख्या 94 है जो कुल सांसदों का 38 प्रतिशत है। पिछले लोकसभा चुनाव में इन 15 पार्टियों को कुल 22 करोड़ 30 लाख वोट मिले थे। वैसे भी ऐसी बैठक, जिसमें 5 राज्यों के मुख्यमंत्री हों, भ
ऐतिहासिक तौर पर छत्रपति शिवाजी महाराज का समय भारतीय मध्यकाल का सबसे मुश्किल समय रहा है। औरंगजेब का शासन भी उसी समय रहा जिसके सूबेदार शाइस्ता खान ने डेढ़ लाख की सेना लेकर पुणे के आस-पास के क्षेत्र में तीन वर्ष तक लूटपाट की। लेकिन छोटे से सैनिक समूह को लेकर शिवाजी महाराज ने उसे परास्त कर दिया।
आरक्षण का मूल उद्देश्य है वंचित समाज को मुख्य धारा में लाना, ना कि उनके बीच एक सवर्ण खड़ा कर देना। पर व्यवहार में ऐसा ही हो रहा है। आरक्षण का एक बड़ा हिस्सा कुछ ही जातियों के सम्पन्न लोग हड़प कर जा रहे हैं, क्योंकि नीतियां ही ऐसी हैं।
नए संसद भवन के उद्घाटन के पूर्व लगभग राजनीतिक परिदृश्य वही था जो हमने इसके शिलान्यास-भूमि पूजन और योजना के संदर्भ में देखा। विपक्षी दलों के एक बड़े समूह ने इसका बहिष्कार किया। लंबे समय तक गुलामी झेलने वाले भारत जैसे देश में अपने संसद भवन का निर्माण गर्व और उल्लास का विषय होना चाहिए।
ढाका, 19 मार्च (हि.स.)। बांग्लादेश में मंगलवार को भ्रष्टाचार पर अहम कानूनी फैसला आया है। ढाका की एक
विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय सचिव रहे पुरुषोत्तम नारायण सिंह संगठन के प्रमुख रणनीतिकारों में से एक रहे हैं। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर से जुड़ी विभिन्न यात्राओं और उनके सफल संचालन में उनकी बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका रही है। जनजागरण और हिंदू जनमानस को प्रेरित करते रहने की कला में प्रवीण 90 बसंत पार कर चुके श्री सिंह को श्रीराम मंदिर का ताला खुलवाने की रणनीति बनाने वालों में से एक माना जाता है। इनसे हिन्दुस्थान समाचार के मुख्य उप संपादक डॉ. आमोदकांत मिश्र ने बातचीत की। प्रस्तुत हैं उसके प्रमुख अंश-
अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह श्रीराम मंदिर आंदोलन के प्रारंभ से ही जुड़े रहे हैं। जिन लोगों को अयोध्या के जनमानस की गहरी समझ है, लल्लू सिंह उनमें से एक हैं। अयोध्या के कण-कण से दुनिया का परिचय कराने के लिए वे पिछले चार साल से दिल्ली में 'अयोध्या पर्व' का आय
योग हमारी जात है और आनंद हमारा गोत्र: सोहन सिंह
वर्तमान में राज्यसभा सांसद बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील मोदी से बिहार की राजनीति में उठे तूफान को लेकर संवाददाता सौरव राय ने विस्तार से बातचीत की। पेश है बातचीत का संपादित अंश
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के कार्य को सुचारु रूप से संचालन हेतु कार्यवाहक निदेशक (अतिरिक्त भार) के रूप में नियुक्त इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के कलानिधि विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. रमेश चन्द्र गौड़ से संवाददाता विजय कुमार राय से हुई खास बातचीत का संपादित अंश –
‘कौतुक ऐप’ के लेखक वरिष्ठ साहित्यकार सूर्यनाथ सिंह द्वारा लिखित-अनुदित कई ग्रन्थ प्रकाशित हो चुके हैं। पत्रकारिता में लगभग तीन दशकों का अनुभव रखने वाले सूर्यनाथ सिंह संप्रति बाल साहित्य के चर्चित एवं प्रशंसित लेखक के रूप में प्रतिष्ठित हैं। लेखक सूर्यनाथ आलोच्य उपन्यास ‘कौतुक ऐप’ द्वारा आधुनिक तकनीक का आभासी संसार रचते हैं। वे मानव जीवन में नवीन एवं अधिक उन्नत तकनीकी के प्रवेश का संदेश देते हैं और भविष्य के वैज्ञानिक उपलब्धियों की आकांक्षा पैदा करते हैं।
नेटफ्लिक्स पर रिलीज फिल्म ‘भक्षक’ समाप्त होती मानव संवेदना और समाज के एक गंभीर मुद्दे पर है। यह बिहार के मुजफ्फरपुर के एक बालिका गृह में हो रहे यौन शोषण एवं अत्याचार को दिखाती है।
विनोबा दर्शन प्रभाष जोशी के विनोबा के साथ 39 दिन की यात्रा की रिपोर्टिंग का संकलन है। 39 दिनों की इस यात्रा में आचार्य विनोबा ने लगभग डेढ़ सौ भाषण और प्रवचन दिए थे। इस किताब का संपादन वरिष्ठ पत्रकार मनोज मिश्र ने किया है। और संकलन कमलेश सेन ने किया है। यह पुस्तक प्रभाष जी की प्रारंभिक पत्रकारिता का साक्षी है। प्रभाष जी ने विनोबा जी की इस यात्रा की जैसी रिपोर्टिंग की है, वैसी रिपोर्टिंग अन्यत्र दुर्लभ है।
कमर दर्द : मिल सकती है राहत
नई दिल्ली, 19 मार्च (हि.स.)। चालू वित्त वर्ष 2023-24 को खत्म होने में कुछ दिन शेष हैं। यदि आपने किसी
हरिद्वार, 19 मार्च (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धी बोली (आईसीबी) के तहत भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स
नई दिल्ली, 19 मार्च (हि.स.)। घरेलू शेयर बाजार में आज अभी तक दबाव की स्थिति बनी हुई है। आज के कारोबार
नई दिल्ली, 19 मार्च (हि.स.)। ग्लोबल मार्केट से आज मिले-जुले संकेत मिल रहे हैं। पिछले सत्र के दौरान अ
नई दिल्ली, 19 मार्च (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के मूल्य में उतार-चढ़ाव जारी है। ब्रे